स्पेनिश में injusto का क्या मतलब है?

स्पेनिश में injusto शब्द का क्या अर्थ है? लेख में स्पेनिश में injusto का उपयोग करने के तरीके के बारे में द्विभाषी उदाहरणों और निर्देशों के साथ-साथ पूर्ण अर्थ, उच्चारण की व्याख्या की गई है।

स्पेनिश में injusto शब्द का अर्थ अनुचित, ग़लत, अन्यायपूर्ण, अशुद्ध, बुरा है। अधिक जानने के लिए, कृपया नीचे विवरण देखें।

उच्चारण सुनें

injusto शब्द का अर्थ

अनुचित

(improper)

ग़लत

(wrong)

अन्यायपूर्ण

(unfair)

अशुद्ध

(improper)

बुरा

(invidious)

और उदाहरण देखें

¿Fue injusto que los trabajadores que llegaron al final recibieran el mismo dinero que los que trabajaron todo el día?
क्या यह गलत था कि जिन्होंने सिर्फ एक घंटा काम किया, उन्हें भी उतनी ही मज़दूरी दी गयी जितनी कि पूरा दिन काम करनेवालों को?
Jesús hizo un contraste entre aquel juez injusto y Jehová, y dijo: “¡Oigan lo que dijo el juez, aunque era injusto!
उस अधर्मी न्यायी से यहोवा की तुलना करते हुए, यीशु ने कहा: “सुनो, कि यह अधर्मी न्यायी क्या कहता है!
Nadie puede mantener el gozo cristiano si llena la mente y el corazón de mentiras, bromas obscenas y cosas que son injustas, inmorales, no virtuosas, odiosas y detestables.
अगर एक व्यक्ति अपने मन और हृदय को झूठ, ठट्ठे और ऐसी बातों से भरता है जो अधार्मिक, अनैतिक, बग़ैर सद्गुण की हैं, घृणास्पद, और घृणित हैं, तो वह मसीही आनन्द को बनाए नहीं रख सकता।
¿Alguna vez has dejado de hablar a tus padres o has efectuado una campaña de no cooperación por algo que considerabas injusto?
क्या आपने कभी कोई नाइंसाफ़ी महसूस करके चुप्पी साधी है अथवा असहयोग अभियान चलाया है?
El fariseo se puso de pie y oraba para sí estas cosas: ‘Oh Dios, te doy gracias de que no soy como los demás hombres, dados a extorsión, injustos, adúlteros, ni siquiera como este recaudador de impuestos.
फरीसी खड़ा होकर अपने मन में यों प्रार्थना करने लगा, कि हे परमेश्वर, मैं तेरा धन्यवाद करता हूं, कि मैं और मनुष्यों की नाईं अन्धेर करनेवाला, अन्यायी और व्यभिचारी नहीं, और न इस चुङ्गी लेनेवाले के समान हूं।
¿Cómo nos ayuda la modestia a enfrentarnos a la crítica injusta?
जब दूसरे बेवजह हममें नुक्स निकालते हैं तो मर्यादा में रहना कैसे हमारी मदद कर सकता है?
Qué hacer ante las acusaciones injustas
अनुचित दोष से निपटना
Estos también están en la memoria de Dios y serán resucitados, pues la Biblia promete: “Va a haber resurrección así de justos como de injustos” (Hechos 24:15).
ये सभी लोग परमेश्वर की याद में हैं और इसलिए उन्हें जिलाया जाएगा, क्योंकि बाइबल वायदा करती है: “धर्मी और अधर्मी दोनों का जी उठना होगा।”—प्रेरितों २४:१५.
Según Hechos 24:15, declaró sin vacilación: “Tengo esperanza en cuanto a Dios [...] de que va a haber resurrección así de justos como de injustos”.
जैसे प्रेरितों २४:१५ में अभिलिखित है, पौलुस ने हिम्मत से घोषित किया: ‘मैं परमेश्वर से आशा रखता हूं कि धर्मी और अधर्मी दोनों का जी उठना होगा।’
Poco después de la fundación de Israel, el suegro de Moisés, Jetró, explicó bien qué clase de hombres deberían ser los ancianos, a saber, “hombres capaces, temerosos de Dios, hombres dignos de confianza, que odien la ganancia injusta”. (Éxodo 18:21.)
इस्राएल की स्थापना के थोड़े ही समय बाद, मूसा के ससुर, जेथरो ने भली-भाँति वर्णन दिया कि उन्हें किस प्रकार के पुरुष होना चाहिए, अर्थात्, “जो गुणी, और परमेश्वर का भय मानने वाले, सच्चे, और अन्याय के लाभ से घृणा करने वाले हों।”—निर्गमन १८:२१.
Dijo: “Tengo esperanza en cuanto a Dios [...] de que va a haber resurrección así de justos como de injustos”. (Hechos 20:7-12; 24:15.)
उसने कहा: “[मैं] परमेश्वर से आशा रखता हूं . . . कि धर्मी और अधर्मी दोनों का जी उठना होगा।”—प्रेरितों २०:७-१२; २४:१५.
En el ambiente de justicia que reinará por toda la Tierra bajo el Reino de Dios, se ayudará a los injustos a amoldar su proceder a los caminos de Jehová.
उस वक्त परमेश्वर के राज्य में सारी धरती पर धार्मिकता का माहौल होगा, इसलिए उन अधर्मियों की मदद की जाएगी ताकि वे अपनी ज़िंदगी यहोवा के मार्गों के मुताबिक जीएँ।
Pero ¿no es injusto ese final?
क्या ये बेकसूर लोग दोबारा ज़िंदगी का मज़ा ले पाएँगे?
Jesús narró la parábola de un juez injusto que a regañadientes hizo justicia a una viuda oprimida ‘para que no siguiera yendo y aporreándole hasta acabar con él’.
एक दृष्टांत में यीशु ने एक अधर्मी न्यायी का ज़िक्र किया जिसने कुढ़ते हुए एक दुखियारी विधवा का न्याय इसलिए चुकाया कि कहीं वह “घड़ी घड़ी आकर अन्त को [उसकी] नाक में दम [न] कर दे।”
Y dijo a Alma: ¿Qué significa esto que ha dicho Amulek, con respecto a la resurrección de los muertos, que todos se levantarán de los muertos, justos así como injustos, y que serán llevados para comparecer ante Dios para ser juzgados según sus obras?
और उसने अलमा से कहा: इसका क्या अर्थ है जिसके विषय में अमूलेक ने बताया कि मरे हुए लोगों का पुनरुत्थान होगा, कि सारे लोग चाहे न्यायी हो या अन्यायी, दोनों ही मृत्यु से जी उठेंगे, और उनके कर्मों के अनुसार न्याय के लिए उन्हें परमेश्वर के सामने लाया जाएगा ?
¿Hay alguien que tenga el poder y la capacidad necesarios para cambiar este mundo fundamentalmente injusto?
क्या कोई है जो अंधेर से भरी इस दुनिया को सचमुच बदलने की ताकत और काबिलीयत रखता हो?
▪ ¿Por qué otorga el juez injusto a la viuda lo que le pide, y qué lección enseña esta ilustración de Jesús?
▪ अधर्मी न्यायी विधवा की निवेदन को क्यों स्वीकार करता है, और यीशु के दृष्टान्त से क्या सबक़ मिलता है?
1:8, 9). Y sería un error pensar que, puesto que “va a haber resurrección así de justos como de injustos”, esa intensa predicación es innecesaria (Hech.
1:8, 9) एक मसीही का यह सोचना गलत होगा कि “अच्छे और बुरे, दोनों तरह के लोग मरे हुओं में से जी उठेंगे” ही, तो फिर इतने जोश से प्रचार क्यों करें।
Por ejemplo, dijo que sus seguidores ‘no deben ser parte del mundo’ (la sociedad humana injusta), y que este los odiaría debido a que no eran parte de él.
उदाहरण के लिए यीशु ने कहा कि उसके अनुयायियों को ‘संसार [अधर्मी मानव समाज] का नहीं होना’ था और क्योंकि वे संसार के नहीं थे संसार उनसे बैर रखता।
Eran parte del inicuo sistema de cosas de Satanás; eran “injustos.”
वे शैतान के दुष्ट रीति-व्यवहार का भाग थे; वे “अधर्मी” थे।
“La persona fiel en lo mínimo es fiel también en lo mucho, y la persona injusta en lo mínimo es injusta también en lo mucho.” (Lucas 16:10.)
“जो इंसान थोड़े में भरोसे के लायक है, वह बहुत में भी भरोसे के लायक होता है और जो थोड़े में बेईमान है, वह बहुत में भी बेईमान होता है।”—लूका 16:10.
Y es muy injusto para nuestros agricultores, y es muy injusto para la gente de nuestro país: los trabajadores, los agricultores, las compañías.
और यह हमारे किसानों के लिए बहुत अनुचित है और यह हमारे देश की जनता – कामगारों, किसानों, कंपनियों – के लिए बहुत अनुचित है।
8 En su defensa ante Félix, citada en el párrafo 5, Pablo dijo que habría una resurrección de justos y de injustos.
८ अनुच्छेद ५ में उद्धृत, फेलिक्स को अपने वक्तव्य में पौलुस ने कहा कि धर्मी और अधर्मी दोनों का पुनरुत्थान होगा।
La Palabra de Dios nos garantiza: “Va a haber resurrección así de justos como de injustos” (Hechos 24:15).
परमेश्वर का वचन हमें यकीन दिलाता है: “धर्मी और अधर्मी दोनों का जी उठना होगा।”—प्रेरितों 24:15.
12:4, 5.) Él ha tolerado el trato injusto de sus siervos por una razón específica, a saber, “para que [su] nombre sea declarado en toda la tierra”.
१२:४, ५) उसने अपने लोगों का दुर्व्यवहार एक विशेष उद्देश्य के लिए सहा है, अर्थात्, ‘अपना नाम सारी पृथ्वी पर प्रसिद्ध करने’ के लिए।

आइए जानें स्पेनिश

तो अब जब आप स्पेनिश में injusto के अर्थ के बारे में अधिक जानते हैं, तो आप सीख सकते हैं कि चयनित उदाहरणों के माध्यम से उनका उपयोग कैसे करें और कैसे करें उन्हें पढ़ें। और हमारे द्वारा सुझाए गए संबंधित शब्दों को सीखना याद रखें। हमारी वेबसाइट लगातार नए शब्दों और नए उदाहरणों के साथ अपडेट हो रही है ताकि आप उन अन्य शब्दों के अर्थ देख सकें जिन्हें आप स्पेनिश में नहीं जानते हैं।

स्पेनिश के अपडेटेड शब्द

क्या आप स्पेनिश के बारे में जानते हैं

स्पैनिश (स्पेनिश), जिसे कैस्टिला भी कहा जाता है, रोमांस भाषाओं के इबेरियन-रोमांस समूह की एक भाषा है, और कुछ स्रोतों के अनुसार दुनिया में चौथी सबसे आम भाषा है, जबकि अन्य इसे दूसरी या तीसरी सबसे आम भाषा के रूप में सूचीबद्ध करते हैं। . यह लगभग 352 मिलियन लोगों की मातृभाषा है, और 417 मिलियन लोगों द्वारा बोली जाती है जब इसके वक्ताओं को एक भाषा के रूप में जोड़ा जाता है। उप (1999 में अनुमानित)। स्पेनिश और पुर्तगाली में बहुत समान व्याकरण और शब्दावली है; इन दोनों भाषाओं की समान शब्दावली की संख्या 89% तक है। स्पेनिश दुनिया भर के 20 देशों की प्राथमिक भाषा है। यह अनुमान लगाया गया है कि स्पेनिश बोलने वालों की कुल संख्या 470 और 500 मिलियन के बीच है, जो इसे देशी वक्ताओं की संख्या के हिसाब से दुनिया में दूसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा बनाती है।